गेहूं की आवक बढ़ी तो सड़कों पर डालनी पड़ रही फसल, कई स्थानों पर खरीद ही रोकी
पंचायत चुनावों को दौरान यूपी के लिए किसान संगठन की नई रणनीति, आप भी जानिए

पोस्टर के जरिए अपनी बात कहने की कोशिश
नई दिल्ली: एक तरफ दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध चल रहा है वहां दूसरी तरफ यूपी में पंचायत चुनाव का मौसम है. गांव-गांव में स्थानीय राजनीति गरमाई हुई है. ऐसे में सीमा पर बैठे किसान आंदोलनकारियों को लेकर भी संगठन चिंतित था.
क्योंकि, चुनाव के दौरान यूपी बार्डर पर बैठे ज्यादातर आंदोलनकारी चुनाव में हिस्सा लेना चाह रहे थे. यही कारण है कि भारतीय किसान यूनियन ने नायाब रास्ता निकाला है. यूनियन ने व्यवस्था की है कि अप्रैल और मई में गाजीपुर बार्डर पर उत्तराखंड और राजस्थान के किसान मोर्चा संभालेंगे.
गौरतलब है कि किसान यूनियनों ने होली के अवसर पर भी विशेष प्रदर्शन की तैयारी की है. इसके साथ ही गांव-गांव में किसानों को आंदोलन के बारे में जागरूक किया जा रहा है. इसके लिए पूरी रणनीति तैयार की जा रही है.